Wo Ladki Hai Kahan" stands out for its fusion of ethnic and modern sounds, creating a timeless melody that resonates with audiences of all ages. The heartfelt and lyrical composition, combined with the singers' emotive performances, makes this song a true Bollywood classic. Whether played at a celebration or enjoyed in a quiet moment.
Composer | Shankar Ehsaan Loy |
Lyricist | Javed Akhtar |
Singer | Kavita Krishnamurthy,Shaan |
Album | Dil Chahta Hai |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
जिसे ढूंढता हूँ मैं हर कहीं
जो कभी मिली मुझे हैं नहीं
मुझे जिस के प्यार पर हो यकीन
वो लड़की है कहाँ
जिसे सिर्फ़ मुझ से ही प्यार हो
जो यह कहने को भी तैय्यार हो
सुनो तुम ही मेरे दिल-दार हो
वो लड़की है कहाँ
जो तुम्हारे ख्वाबों मैं हैं बसी
वो हसीन मूर्ति प्यार की
मिलेगी तुम्हे कभी ना कभी
ज़रा देखो यहाँ वहाँ
चलो ढूँढते हैं हम तुम कहीं
वो पारी वो हूर वो नाज़नीं
जिसे देखो तो कहो तुम वही
अरे यह तो हैं यहाँ
जाने क्यों ख़याल आया मुझे
की वो लड़की कहीं तुम तो नहीं
तुम में हैं वो सारी खूबियाँ
था जिन को ढूंढता मैं हर कहीं
तुम्हे धोका लगता है हो गया
मुझे हैं समझ लिया जाने क्या
ना मैं हूँ पारी ना मैं अप्सरा
करो तुम ना यह गुमान
जिसे ढूंढता हूँ मैं हर कहीं
जो कभी मिली मुहज़े हैं नहीं
मुझे जिस के प्यार पर हो यकीन
वो लड़की है कहाँ
मान लो अगर मैं यह कहूँ
के मेरे ख्वाब में तुम ही तो
जान लो मेरा अरमान है
की मेरा साथ ही अब तुम रहो
मुझे तुम ने क्या यह समझा दिया
मेरा दिल को जैसे धड़का दिया
मेरे टन बदन को पिघला दिया
वो सुनाए दास्तान
जिसे ढूंढता हूँ मैं हर कहीं
जो कभी मिली मुझे हैं नहीं
मुझे जिस के प्यार पर हो यकीन
वो लड़की है कहाँ
वो लड़की है यहाँ
वो लड़की है कहाँ
वो लड़की है यहाँ
वो लड़की है कहाँ
वो लड़की है यहाँ
वो लड़की है कहाँ
वो लड़की है यहाँ