Subhanallah is more than just a love song; it's an ode to the enchanting beauty of love and the magical moments it brings. Its sweet and serene melody, combined with heartfelt lyrics, makes it an enduring favorite among listeners, ensuring its place as an evergreen classic in Bollywood music. This song captures the pure and innocent emotions of love, making it a timeless piece that continues to resonate with audiences.
Composer | Pritam |
Lyricist | Amitabh Bhattacharya |
Singer | SREERAM,Shilpa Rao |
Album | Yeh Jawaani Hai Deewani |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
एक दिन कभी जो ख़ुद को तराशे
मेरी नज़र से तू ज़रा, हाय रे
आँखों से तेरी क्या-क्या छुपा है
तुझको दिखाऊँ मैं ज़रा, हाय रे
एक अनकही सी दास्ताँ-दास्ताँ
कहने लगेगा आईना
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ
मेरी ख़ामोशी से बातें चुन लेना
उनकी डोरी से तारीफ़ें बुन लेना
हो, मेरी ख़ामोशी से बातें चुन लेना
उनकी डोरी से तारीफ़ें बुन लेना
कल नहीं थी जो, आज लगती हूँ
तारीफ़ मेरी है ख़्वाह-मख़ाह
तोहफ़ा है तेरा मेरी अदा
एक दिन कभी जो ख़ुद को पुकारे
मेरी ज़ुबाँ से तू ज़रा, हाय रे
तुझमें छुपी सी जो शायरी है
तुझको सुनाऊँ मैं ज़रा, हाय रे
ये दो दिलों का वास्ता-वास्ता
खुल के बताया जाए ना
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ
सुब्हान-अल्लाह, जो हो रहा है, पहली दफ़ा है
वल्लाह, ऐसा हुआ