The energetic beats, catchy melody, and playful lyrics make "Radha" an instant hit on the dancefloor, ensuring its place as a staple at parties and celebrations.
Composer | Pritam |
Lyricist | Irshad Kamil |
Singer | Sunidhi Chauhan,Shahid Mallya |
Album | Jab Harry Met Sejal |
Record Label | Sony Music Entertainment India Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
ਰਾਤ-ਬੇਰਾਤੀ ਕੰਧਾ ਕੋਠੇ ਟੱਪ-ਟੱਪ ਕੇ ਜਾਣਾ
ਤੂੰ ਸੌਖਾ ਸਮਝੇ ਲੱਗੀਆਂ ਤੋੜ ਨਿਭਾਣਾ
ਰਾਤ-ਬੇਰਾਤੀ ਕੰਧਾ ਕੋਠੇ ਟੱਪ-ਟੱਪ ਕੇ ਜਾਣਾ
ਹੋ, ਰਾਤ ਬਰਾਤੀ ਕੰਧਾ ਕੋਠੇ ਟੱਪ-ਟੱਪ ਕੇ ਜਾਣਾ
ਤੂੰ ਸੌਖਾ ਸਮਝੇ ਲੱਗੀਆਂ ਤੋੜ ਨਿਭਾਣਾ
ਤੂੰ ਸੌਖਾ ਸਮਝੇ ਲੱਗੀਆਂ ਤੋੜ ਨਿਭਾਣਾ
ओ, आशिक़ दिल की टशन पुरानी
कहते ज्ञानी, "इश्क़ सियापा, आग जवानी
चली गई तो फिर नहीं आनी कुड़ी बेगानी"
रहने दे जीना सीधा-साधा
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों, तड़पनों में रखना है मुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
ऊँचे चौबारे में जाने कैसे जून में भी कोहरा पड़े, ओ पड़े
हो, ढीली चारपाई पे युद्ध पानीपत का लड़े
कह गए ज्ञानी, "इश्क़ सियापा, आग जवानी"
करिए ना झूठा कोई वादा
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों, तड़पनों में रखना है मुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
(राधा)
(मैं बनी, बनी...)
अरे, मन की जो बातें ना बोली थी औरों से
बोली हैं सारी वो तुम से, हाँ, तुम से ही, तुम से
अरे, अब मैंने क्या लेना औरों से
प्यारी है मुझको तो यारी जो तुम से, हाँ तुम से, हाँ तुमसे
चल झूठी, तू झूठी है, झूठी
ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਆਣੀ ਨਾ ਰੇ ਮੈਨੂੰ
ਤੇਰੇ ਬਾਦ ਭੂਲੂੰਗਾ ਮੈਂ ਤੈਨੂੰ
अरे, मुरली में तेरी है जाने क्या जादू
सता ना, लो हारी मैं तुम से, हाँ, तुम से ही, तुम से
ये कैसी खींचातानी है रे?
इश्क़ सियापा, आग जवानी
मुश्किल है ये आग बुझानी
जलना पड़ेगा आधा-आधा
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा (तू बनी मेरी राधा)
मैं बनी तेरी राधा (राधा, राधा, राधा)
मैं बनी तेरी राधा
थोड़ा ठहर, पल भर बात मुक़म्मल हो
आठों पहर दिलबर साथ मुक़म्मल हो
हम-तुम मिलें तो (हर बरसात मुक़म्मल हो)
मिल के चलें तो (फिर उत्पात मुक़म्मल हो)
थोड़ा ठहर (पल भर बात मुक़म्मल हो)
हो, आठों पहर (दिलबर साथ मुक़म्मल हो)
हम-तुम मिलें तो (हर बरसात मुक़म्मल हो)
मिल के चलें तो (फिर उत्पात मुक़म्मल हो)
आपे से बाहर आजा निकलकर
तोड़े से टूटेगी मर्यादा
मैं बनी तेरी राधा (तू बनी मेरी राधा)
मैंने सखियों से अखियों में रखना है तुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों, तड़पनों में रखना है मुझको
पिया, थोड़ा ज़्यादा-ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
(राधा)
(मैं बनी तेरी रा...)
(राधा)
(मैं बनी, बनी...)
(राधा)