O Babul Pyare remains a beloved classic, cherished for its emotional depth, melodic beauty, and Lata Mangeshkar's unforgettable performance. It is a song that continues to evoke tears and smiles, reflecting the enduring nature of familial love and the cultural significance of wedding rituals in India.
Composer | Kalyanji Anandji |
Lyricist | Indeevar |
Singer | Lata Mangeshkar |
Album | Johny Mera Naam |
Record Label | Universal Music India Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
ओ बाबुल प्यारे..
ओ बाबुल प्यारे..
ओ रोए पायल की छम-छम
ओ सिसके सांसों की सरगम
ओ निसदिन तुझे पुकारे मन हो
ओ बाबुल प्यारे..
ओ रोए पायल की छम-छम
ओ सिसके सांसों की सरगम
ओ निसदिन तुझे पुकारे मन हो
ओ बाबुल प्यारे..
तेरी ही बाहों में बचपन खेला
खिलती गयी जिंदगानी ओ ओ ओ ओ ओ
ओओ ओओ ओओ ओओ
तेरी ही बाहों में बचपन खेला
खिलती गयी जिंदगानी
आंधी ऐसी फिर चली टूटी डाली से कली बिना
माली के उजड़ा चमन हो ओ बाबुल प्यार..
ओ रोए पायल की छम-छम
ओ सिसके सांसों की सरगम
ओ निसदिन तुझे पुकारे मन हो
कैसे अभागन बने सुहागन
कौन बैठाये डोली ओ ओ ओ ओ ओ
ओओ ओओ ओओ ओओ
कैसे अभागन बने सुहागन
कौन बैठाये डोली कैसे आएगी बारात
कैसे होंगे पीले हाथ
कैसे बेटी बनेगी दुल्हन हो
ओ बाबुल प्यारे..
ओ रोए पायल की छम-छम
ओ सिसके सांसों की सरगम
ओ निसदिन तुझे पुकारे मन हो
ओ बाबुल प्यारे..
जनक ने कैसे त्याग दिया है
अपनी ही जानकी को ओ ओ ओ
ओ ओ ओओ ओओ ओओ ओओ
जनक ने कैसे त्याग दिया है
अपनी ही जानकी को बेटी भटके राहों में
माता डूबी आहों में
बेटी भटके राहों में माता डूबी आहों में
तरसे तेरे दरस को नयन हो
ओ बाबुल प्यारे..
ओ रोए पायल की छम-छम
ओ सिसके सांसों की सरगम
ओ निसदिन तुझे पुकारे मन हो हो हो