Muskurahat

MuskurahaT plays a significant role in expressing the internal world of Gangubai. The song underscores her journey, highlighting moments of introspection, hope, and the quest for dignity and respect in a society that often marginalizes women in her position. The music, composed by Sanjay Leela Bhansali, known for his grandeur and intricate compositions, complements the film's narrative and visual splendor, adding layers to the storytelling.

Song Details
Composer
Lyricist
Singer
Album
Record LabelSaregama India Ltd.
Song Release Year
Muskurahat Lyrics in Hindi

मुस्कराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
गम को भी इतनी ख़ुशी दो वो मुस्कुराने लगे
मुस्कराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
गम को भी इतनी ख़ुशी दो वो मुस्कुराने लगे

उदासियों तले हैं मुस्कुराहटें दबी
ज़रा से होंठ हिलाओ तुम्हें दिखेंगी अभी

उसको देखो जो तुम्हें ज़िन्दगी दिखाने लगे
गम को भी इतनी ख़ुशी दो वो मुस्कुराने लगे
मुस्कराहट को भी आने पे मज़ा आने लगे
गम को भी इतनी ख़ुशी दो वो मुस्कुराने लगे

मुस्कराहट को भी आने पे जो ज़्यादा देर तलक दिल ना मुस्कुराएगा
अदाएं सारी धड़कने की भूल जाएगा

दिल से कह दो बेवजह हसने और हसाने लगे
गम को भी इतनी ख़ुशी दो वो
मुस्कुराने लगे मुस्कराहट को भी आने पे