Mere Mehboob Qayamat Hogi

This song has etched its place in the annals of Indian cinema as a classic expression of heartache and betrayal. Kishore Kumar's soulful and expressive vocals bring a deep sense of melancholy and longing, perfectly capturing the essence of unrequited love and the pain of being forsaken.

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Record LabelSaregama India Ltd.
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Mere Mehboob Qayamat Hogi Lyrics in Hindi

मेरे महबूब क़यामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरी नज़रें तो गिला करती हैं
तेरे दिल को भी सनम तुझसे शिकायत होगी
मेरे महबूब

तेरी गली मैं आता सनम
नगमा वफ़ा का गाता सनम
तुझसे सुना ना जाता सनम
फिर आज इधर आया हूँ मगर
ये कहने मैं दीवाना
ख़त्म बस आज ये वहशत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरे महबूब

मेरी तरह तू आहें भरे
तू भी किसी से प्यार करे
और रहे वो तुझसे परे
तूने ओ सनम ढायें हैं सितम
तो ये तू भूल न जाना
के ना तुझपे भी इनायत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी

मेरे महबूब क़यामत होगी
आज रुसवा तेरी गलियों में मोहब्बत होगी
मेरी नज़रें तो गिला करती हैं
तेरे दिल को भी सनम तुझसे शिकायत होगी
मेरे महबूब