This track beautifully blends contemporary elements with traditional romantic themes, making it timeless.
Composer | Falak Shabir |
Lyricist | Falak Shabir |
Singer | Falak Shabir |
Album | Nautanki Saala! |
Record Label | Super Cassettes Industries Limited |
Song Release Year |
तुझसे ही तो मिली है राहत
तू ही तो मेरी है चाहत
तुझसे ही तो जुडी ज़िन्दगी
तेरी यादें हैं कुछ अधूरी
सांस आधि है कुछ है पूरी
आँखों में है कैसी ये नमी
मेरा मैं कहने लगा
पास आके न तू दूर जा
छूने दे होंठ तेरे
ज़रा साँसों में अपनी बसा
हम्म्म
तुझे अपना बना लूं
तुझे तुझ से चुरा लूँ
तुझे खुद में
छुपा लूँ साहिबा
इक मुझ पे करम हो
तू ही मेरा सनम हो
तेरी मुझ पे नज़र हो साहिबा
ह्म्म्म आ
मर मैं जाऊँगा रेह न पाऊँ
ग़म जुदाई का सेह न पाऊँ
ए तुझे प्यार का वास्ता
तेरी यादें है कुछ अधूरी
सांस आधि है कुछ है पूरी
आँखों में है कैसी ये नमी
रात के चाँद तले
आगोश में मेरी तू आ
बाहों में ले लो मुझे
ज़रा सपनो में अपने बसा आ
मेरा मैं कहने लगा
पास आके न तू दूर जा
छूने दे होंठ तेरे
ज़रा साँसों में अपनी बसा आ