Main Shayar Toh Nahi is not just a song but an experience that evokes nostalgia and romanticism. It is a reflection of the golden era of Bollywood, where music was an integral part of storytelling. The song's enduring popularity can be attributed to its timeless melody, heartfelt lyrics, and the magical voice of Shailendra Singh. It continues to be a cherished number for generations of music lovers, epitomizing the essence of Bollywood romance.
Composer | Laxmikant,Pyarelal |
Lyricist | Anand Bakshi |
Singer | Shailendra |
Album | Bobby |
Record Label | Saregama India Ltd. |
Song Release Year |
मैं शायर तो नहीं मैं शायर तो नहीं मगर ऐ हसीं,
जब से देखा मैंने तुझको, मुझको शायरी आ गयी
मैं शायर तो नहीं मगर ऐ हसीं,
जब से देखा मैंने तुझको, मुझको शायरी आ गयी
मैं आशिक तो नहीं मगर ऐ हसीं,
जब से देखा मैंने तुझको, मुझको, आशिकी आ गयी
मैं शायर तो नहीं
प्यार का नाम मैंने सुना था मगर
प्यार क्या है ये मुझको नहीं थी खबर
प्यार का नाम मैंने सुना था मगर
प्यार क्या है ये मुझको नहीं थी खबर
मैं तो उलझा रहा उलझनों की तरह
दोस्तों मै रहा दुश्मनों की तरह
मैं दुश्मन तो नहीं मैं दुश्मन तो नहीं मगर ऐ हसीं,
जब से देखा, मैंने तुझको मुझको, दोस्ती आ गयी
मैं शायर तो नहीं
सोचता हूँ अगर मैं दुआ मांगता
हाथ अपने उठाकर मैं क्या मांगता सोचता हूँ
अगर मैं दुआ मांगता हाथ अपने उठाकर मैं क्या मांगता
जब से तुझसे मोहब्बत मैं करने लगा
तब से जैसे, इबादत मैं करने लगा
मैं काफिर तो नहीं मैं काफिर तो नहीं
मगर ऐ हसीं, जब से देखा मैंने तुझको,
मुझको बंदगी आ गयी
मैं शायर तो नहीं मगर ऐ हसीं ,जब से देखा मैंने तुझको,
मुझको शायरी आ गयी मैं शायर तो नहीं