The song blends traditional Indian classical music with contemporary beats, creating a unique and infectious melody that is both joyful and soulful. The lyrics, written by Gulzar, are poetic and evocative, expressing the deep emotions of love and desire. The instrumental arrangement is rich and diverse, featuring a blend of classical Indian instruments like the sitar and tabla, along with modern orchestral elements. The song’s rhythm is lively and upbeat, making it a perfect dance number that resonates with energy and passion.
Composer | A.R. Rahman |
Lyricist | Girish Pulthenchri,Gulzar |
Singer | M.G.Sreekumar,Lata Mangeshkar |
Album | Dil Se |
Record Label | Ishtar Music Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
जिया जले, जाँ जले
नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
पुन्चिरी थनु कोंचीको
मुन्थिरी मुत्थम चिन्थीको
मंचनी वर्ण सुंदरी वावे
थान्कीनाका थाकधिमी आडुम थन्कानीलावे होय
पुन्चिरी थनु कोंचीको
मुन्थिरी मुत्थम चिन्थीको
मंचनी वर्ण सुंदरी वावे
थान्कीनाका
थाकधिमी आडुम थन्कानीलावे
थंक कोलूसल्ले
कुरुम कुईलल्ले
आदण मयीलल्ले
थंक कोलूसल्ले
कुरुम कुईलल्ले
आदण मयीलल्ले..
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना,
जानूँ ना सखी री जिया जले, जाँ जले..
देखते हैं तन मेरा, मन में चुभती है नज़र
देखते हैं तन मेरा, मन में चुभती है नज़र
होंठ सिल जाते उनके, नर्म होंठों से मगर
गिनती रहती, हूँ मैं अपनी, करवटों के सिलसिले
क्या करूँ, कैसे कहूँ, रात कब कैसे ढले
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले..
हे कुरुवनीकिलिये कुरुवनीकिलिये
कुकुरू कुरूकुरू कूकी कुरुकी
कुन्निमरथिल उयल आड़ी
कोडुम ओरिक्के कूटू विलीकुन्ने
मारण निन्ने कूकी कुरुकी कूटू विलीकुन्ने
थंक कोलूसल्ले
कुरुम कुईलल्ले
आदण मयीलल्ले होय
थंक कोलूसल्ले
कुरुम कुईलल्ले
आदण मयीलल्ले
अंग-अंग में जलती हैं, दर्द की चिंगारियाँ
मसले फूलों की महक में, तितलियों की क्यारियाँ
रात भर बेचारी मेहन्दी, पिसती है पैरों तले
क्या करूँ, कैसे कहूँ, रात कब कैसे ढले
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले,
धुआँ चले रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले नैनों तले धुआँ चले, धुआँ चले
रात भर धुआँ चले जानूँ ना, जानूँ ना, जानूँ ना सखी री
जिया जले, जाँ जले..