Jane Kahan Gaye Woh Din

Jane Kahan Gaye Woh Din has been a favorite among music lovers for generations, transporting them back to a bygone era of Indian cinema. This evergreen song remains a testament to Mukesh's enduring legacy and the golden era of Hindi film music.

Song Details
Composer
Lyricist
Singer
Album
Record LabelSaregama India Ltd.
Song Release Year
Jane Kahan Gaye Woh Din Lyrics in Hindi

जाने कहाँ … गए वो दिन
कहते थे तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएंगे …

जाने कहाँ … गए वो दिन
कहते थे तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएंगे …
चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुमको उम्र भर
तुमको ना भूल पाएंगे

मेरे कदम जहाँ पड़े सजदे किये थे यार ने
मेरे कदम जहाँ पड़े सजदे किये थे यार ने
मुझको रुला रुला दिया … जाती हुई बहार ने

जाने कहाँ … गए वो दिन
कहते थे तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएंगे …
चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुमको उम्र भर
तुमको ना भूल पाएंगे

अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
अपनी नज़र में आज कल, दिन भी अँधेरी रात है
साया ही अपने साथ था साया ही अपने साथ है

जाने कहाँ… गए वो दिन,
कहते थे तेरी राह में
नज़रों को हम बिछाएंगे
चाहे कहीं भी तुम रहो
चाहेंगे तुमको उम्र भर
तुमको ना भूल पाएंगे