The song's slow tempo and sentimental tone make it perfect for romantic moments, while its evergreen appeal ensures it remains a favorite across generations. Whether you're reminiscing about past love or celebrating a current one, "Jab Koi Baat" is sure to evoke deep emotions and resonate with the listener's heart. Its enduring popularity is a testament to its timeless charm and the incredible talent of its singers.
Composer | Rajesh Roshan |
Lyricist | Indeevar |
Singer | Sadhana Sargam,Kumar Sanu |
Album | Jurm |
Record Label | Ishtar Music Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
ना कोई है, ना कोई था
ज़िंदगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
हो चाँदनी जब तक रात, देता है हर कोई साथ
तुम मगर अँधेरों में ना छोड़ना मेरा हाथ
हो चाँदनी जब तक रात, देता है हर कोई साथ
तुम मगर अँधेरों में ना छोड़ना मेरा हाथ
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
ना कोई है, ना कोई था
ज़िंदगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
वफ़ादारी की वो रस्में, निभाएँगे हम-तुम क़स्में
एक भी साँस ज़िंदगी की जब तक हो अपने बस में
वफ़ादारी की वो रस्में, निभाएँगे हम-तुम क़स्में
एक भी साँस ज़िंदगी की जब तक हो अपने बस में
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
ना कोई है, ना कोई था
ज़िंदगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
दिल को मेरे हुआ यक़ीं, हम पहले भी मिले कहीं
सिलसिला ये सदियों का, कोई आज की बात नहीं
दिल को मेरे हुआ यक़ीं, हम पहले भी मिले कहीं
सिलसिला ये सदियों का, कोई आज की बात नहीं
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
ना कोई है, ना कोई था
ज़िंदगी में तुम्हारे सिवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा
तुम देना साथ मेरा, ओ, हमनवा