This song captures the essence of romantic longing and the rare beauty of true love, set against a backdrop of rich, melodic music. The duet showcases the harmonious blend of Manhar Udhas's deep, emotive voice with Sadhana Sargam's sweet and expressive tones, creating a memorable musical experience.
Composer | Feroz Khan |
Lyricist | K. K. Shukla |
Singer | Sadhana Sargam,Manhar Udhas |
Album | Janbaaz |
Record Label | Universal Music India Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
प्यार ज़िंदगी में
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
ख़ुशनसीब हैं वो जिनको है मिली ये बहार ज़िंदगी में
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
प्यार ज़िंदगी में
होंठों से होंठ मिलें ना भले, चाहे मिलें ना बाँहें बाँहों से
होंठों से होंठ मिलें ना भले, चाहे मिलें ना बाँहें बाँहों से
दो दिल ज़िंदा रह सकते हैं चाहत की भरी निगाहों से
चाहत की भरी निगाहों से
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
प्यार ज़िंदगी में
ज़ुल्फ़ों के नर्म अँधेरे हैं, जिस्मों के गर्म उजाले हैं
ज़ुल्फ़ों के नर्म अँधेरे हैं, जिस्मों के गर्म उजाले हैं
जीते-जी हमको प्यार मिला, हम दोनों क़िस्मत वाले हैं
हम दोनों क़िस्मत वाले हैं
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
प्यार ज़िंदगी में
ख़ुशनसीब हैं वो जिनको है मिली ये बहार ज़िंदगी में
हर किसी को नहीं मिलता यहाँ प्यार ज़िंदगी में
प्यार ज़िंदगी में, प्यार ज़िंदगी में