Hai Preet Jaha Ki Reet

Hai Preet Jahan Ki Reet is a timeless patriotic song from Purab Aur Paschim, directed by Manoj Kumar. Sung by Mahendra Kapoor, with music by Kalyanji-Anandji and lyrics by Indeevar, the song celebrates India's rich cultural heritage and promotes universal brotherhood. The song is performed by Manoj Kumar's character, Bharat, who embodies Indian values and traditions. The powerful vocals, evocative lyrics, and grand orchestration make it an inspiring anthem of national pride. The song's enduring message of unity in diversity and cultural pride continues to resonate, making it a beloved piece of Indian cinema.

Song Details
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Record LabelDigilouge Recordings Play
Song Release Year
Hai Preet Jaha Ki Reet Lyrics in Hindi

जब जीरो दिया मेरे भारत ने
भारत ने मेरे भारत ने
दुनिया को तब गिनती आयी
तारों की भाषा भारत ने
दुनिया को पहले सिखलायी

देता ना दशमलव भारत तो
यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था
धरती और चाँद की दूरी का
अंदाजा लगाना मुश्किल था

सभ्यता जहाँ पहले आयी
पहले जनमी है जहाँ पे कला
अपना भारत वो भारत है
जिसके पीछे संसार चला
संसार चला और आगे बढ़ा
यूँ आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया
भगवान करे ये और बढ़े
बढ़ता ही रहे और फूले-फले

हो… हो… हो…

है प्रीत जहाँ की रीत सदा
मैं गीत वहां के गाता हूं
भारत का रहने वाला हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा

काले-गोरे का भेद नहीं
हर दिल से हमारा नाता है
कुछ और न आता हो हमको
हमें प्यार निभाना आता है
जिसे मान चुकी सारी दुनिया
हो जिसे मान चुकी सारी दुनिया
मैं बात
मैं बात वो ही दोहराता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा

जीते हो किसी ने देश तो क्या
हमने तो दिलों को जीता है
जहाँ राम अभी तक है नर में
नारी में अभी तक सीता है
इतने पावन हैं लोग जहाँ
हो इतने पावन हैं लोग जहाँ
मैं नित-नित
मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा

हो… हो… हो…

इतनी ममता नदियों को भी
जहाँ माता कह के बुलाते हैं
इतना आदर इन्सान तो क्या
पत्थर भी पूजे जाते हैं
इस धरती पे मैंने जनम लिया
हो इस धरती पे मैंने जनम लिया
ये सोच
ये सोच के मैं इतराता हूँ
भारत का रहने वाला हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा

हो… हो… हो…

है प्रीत जहाँ की रीत सदा
मैं गीत वहां के गाता हूं
भारत का रहने वाला हूँ
भारत की बात सुनाता हूँ
है प्रीत जहाँ की रीत सदा