This romantic ballad captures the essence of longing and reunion, evoking deep emotions associated with the idea of homecoming. The song's lyrics speak of the warmth and comfort of returning home, making it relatable to anyone who has ever felt the pang of separation from their loved ones.
Composer | Pritam |
Lyricist | Irshad Kamil |
Singer | Mohit Chauhan,Nikhita Gandhi |
Album | Jab Harry Met Sejal |
Record Label | Sony Music Entertainment India Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
घूमें फिरें…
तू चाहे सब शहर
तू है मेरा…
घूमें फिरें…
तू चाहे सब शहर
तू है मेरा…
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
मुझपे कबसे लिखा हुआ
तेरा ही नाम है
मुझमे जो है मेरा
सभी तेरा ही नाम है
चाहत भी तू मेरी
और हक़ भी है मेरा
चाहत भी तू मेरी
और हक़ भी है मेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
न न…
ओ हमसे जाने क्यों बेवजह
जलते हैं फासले
मिलना तेरे गले पर मिल रहे ये गले
आजा मिटा ये जो है फ़ासला तेरा मेरा
आजा मिटा ये जो है फ़ासला तेरा मेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा
खाली है जो तेरे बिना
मैं वह घर हूँ तेरा..