Desh Mere" is a heartfelt and evocative song that pays tribute to the sacrifices of Indian soldiers and the spirit of patriotism. Sung by Arijit Singh, the song's soulful melody and stirring lyrics by Manoj Muntashir evoke a deep sense of pride and reverence for the country. The music, composed by Arko, complements the emotional depth of the lyrics, enhancing the overall impact of the song.
Composer | Arko |
Lyricist | Manoj Muntashir |
Singer | Arijit Singh |
Album | Bhuj: The Pride of India |
Record Label | T-Series,Super Cassettes Industries Limited |
Song Release Year |
ओ देश मेरे तेरी शान पे सदके
कोई धन है क्या तेरी धूल से बढ़ के
तेरी धूप से रौशन तेरी हवा पे जिंदा
तू बाग है मेरा मैं तेरा परिंदा
है अरज़ ये दीवाने की जहाँ भोर सुहानी देखी
एक रोज़ वही मेरी शाम हो
कभी याद करे जो जमाना माटी पे मर मिट जाना
ज़िकर में शामिल मेरा नाम हो
ओह देश मेरे तेरी शान पे सदके
कोई धन है क्या तेरी धूल से बढ़ के
तेरी धूप से रौशन तेरी हवा पे जिंदा
तू बाग है मेरा मैं तेरा परिंदा
आंचल तेरा रहे मां रंग बिरंगा ओह
ऊंचा आसमान से हो तेरा तिरंगा
जीने की इज्जत देदे या हुकुम शहादत दे दे
मंजूर हममें जो भी तू चुने
रेशम का हो मधुशाला या कफन सिपाही वाला
ओढेंगे हम जो भी तू बूने
ओह देश मेरे तेरी शान पे सदके
कोई धन है क्या तेरी धूल से बढ़ के
तेरी धूप से रौशन तेरी हवा पे जिंदा
तू बाग है मेरा मैं तेरा परिंदा