Dekha Ek Khwab unfolds in the breathtaking locales of the Netherlands, featuring tulip fields and scenic landscapes. The chemistry between the lead actors, coupled with the dreamy visuals, enhances the song's ethereal quality. The melody is soothing and romantic, perfectly capturing the essence of the lyrics which speak of seeing a beautiful dream and wishing it to come true. The song remains an iconic representation of Bollywood's golden era, celebrated for its lyrical beauty and mesmerizing music.
Composer | Shiv-Hari |
Lyricist | Javed Akhtar |
Singer | Lata Mangeshkar,Kishore Kumar |
Album | Silsila |
Record Label | Saregama India Ltd. |
Song Release Year |
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुये
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुये
ये गिला है आपकी निगाहों से
फूल भी हो दरमियां तो फासले हुये
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुये
मेरी सांसों में बसी खुशबू तेरी
ये तेरे प्यार की है जादूगरी
हतेरी आवाज़ है हवाओं में
प्यार का रंग है फिजाओं में
धड़कन में तेरे गीत हैं मिले हुये
क्या कहूँ शर्म से हैं लब सिले हुये
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
फूल भी हो दरमियां तो फासले हुए
मेरा दिल है तेरी पानाहओं में
आ छुपा लूँ तुझे मैं बाहों में
तेरी तस्वीर है निगाहों में
दूर तक रोशनी है राहों में
कल अगर ना रोशनी के काफ़िले हुये
प्यार के हज़ार दीप हैं जले हुये
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
दूर तक निगाहों में हैं गुल खिले हुये
ये गिला है आपकी निगाहों से
फूल भी हो दरमियां तो फासले हुये
देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिला हुये
दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुये