Chand Si Mehbooba Ho Meri remains a beloved classic, celebrated for its lyrical beauty, melodic richness, and Mukesh's unforgettable voice. It is a song that continues to resonate with lovers of classic Bollywood music, evoking a sense of nostalgia and timeless romance.
Composer | Kalyanji Anandji |
Lyricist | Anand Bakshi |
Singer | Mukesh |
Album | Himalay Ki God Mein |
Record Label | Saregama India Ltd. |
Song Release Year |
चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था
चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था
ना कसमे हैं
ना रस्मे हैं
ना शिकवे हैं
ना वादे हैं
एक सूरत भोली भाली है
दो नैना सीधे साधे हैं
दो नैना सीधे साधे हैं
ऐसा ही रूप ख्यालों में था
जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था
मेरी खुशियाँ ही ना बंटे
मेरे गम भी सहना चाहे
मेरी खुशियाँ ही ना बंटे
मेरे गम भी सहना चाहे
देखे ना ख़्वाब महलों के
मेरे दिल में रहना चाहे
मेरे दिल में रहना चाहे
इस दुनिया में कौन था ऐसा
जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था
चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था