Chand Si Mehbooba Ho Meri

Chand Si Mehbooba Ho Meri remains a beloved classic, celebrated for its lyrical beauty, melodic richness, and Mukesh's unforgettable voice. It is a song that continues to resonate with lovers of classic Bollywood music, evoking a sense of nostalgia and timeless romance.

Song Details
Composer
Lyricist
Singer
Album
Record LabelSaregama India Ltd.
Song Release Year
Chand Si Mehbooba Ho Meri Lyrics in Hindi

चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था

हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था

चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था

ना कसमे हैं
ना रस्मे हैं
ना शिकवे हैं
ना वादे हैं

एक सूरत भोली भाली है
दो नैना सीधे साधे हैं
दो नैना सीधे साधे हैं

ऐसा ही रूप ख्यालों में था
जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था

मेरी खुशियाँ ही ना बंटे
मेरे गम भी सहना चाहे
मेरी खुशियाँ ही ना बंटे
मेरे गम भी सहना चाहे

देखे ना ख़्वाब महलों के
मेरे दिल में रहना चाहे
मेरे दिल में रहना चाहे

इस दुनिया में कौन था ऐसा
जैसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था

चाँद सी महबूबा हो मेरी
कब ऐसा मैंने सोचा था
हाँ तुम बिलकुल वैसी हो
जैसा मैंने सोचा था