The song's lyrics are a reflection on the transient nature of life and love, evoking a sense of longing and introspection. Lata Mangeshkar's soulful and emotive voice brings out the depth of the lyrics, making each word resonate with the listener. The composition is beautifully orchestrated, with a blend of traditional Indian instruments like the sitar and tabla, creating a hauntingly beautiful soundscape.
Composer | Ghulam Mohammed |
Lyricist | Kaifi Azmi |
Singer | Lata Mangeshkar |
Album | Pakeezah |
Record Label | Saregama India Ltd. |
Song Release Year |
चलते चलते चलते चलते
यूं ही कोई मिल गया था
यूं ही कोई मिल गया था
सारे राह चलते चलते
सारे राह चलते चलते
वही ठमके रह गई है
वही ठमके रह गई है
मेरी रात ढलते ढलते
मेरी रात ढलते ढलते
जो कह गई ना मुझसे
जो कह गई ना मुझसे
वो जमाना कह रहा है
वो जमाना कह रहा है
के फसाना
के फसाना बन गई है
के फसाना बन गई है
मेरी बात चलते चलते
मेरी बात चलते चलते
यूं ही कोई मिल गया था
यूं ही कोई मिल गया था
सारे राह चलते चलते
सारे राह चलते चलते
यूं ही कोई मिल गया था
सारे राह चलते चलते
चलते चलते सारे राह
चलते चलते चलते चलते
चलते चलते चलते चलते
यूं ही कोई मिल गया था
यूं ही कोई मिल गया था
शबे इंतेजार आख़िर
शबे इंतेजार आख़िर
कभी होगी मुक्तसर भी
कभी होगी मुक्तसर भी
ये चिराग
ये चिराग बुझ रहे हैं
ये चिराग बुझ रहे हैं
मेरे साथ जलते जलते
मेरे साथ जलते जलते
ये चिराग बुझ रहे हैं
ये चिराग बुझ रहे हैं
ये चिराग बुझ रहे हैं
ये चिराग बुझ रहे हैं
ये चिराग बुझ रहे हैं
मेरे साथ जलते जलते
मेरे साथ जलते जलते
यूं ही कोई मिल गया था
यूं ही कोई मिल गया था
सारे राह चलते चलते
सारे राह चलते चलते.