Composer | A. R. Rahman |
Lyricist | Gulzar |
Singer | Sapna Awasthi,Sukhwinder Singh |
Album | Dil Se |
Record Label | Ishtar Music Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
जिनके सर हो इश्क़ की छाँव
पाँव के नीचे जन्नत होगी
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
सारी इश्क़ की चाओं चल छैयाँ छैयाँ
सारी इश्क़ की चाओं चल छैयाँ छैयाँ
पाँव जनत चले चल छय्यां छय्यां
पाँव जनत चले चल छय्यां छय्यां
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
वोह यार है जो खुशबू की तरह
जिसकी जुबां उर्दू की तरह
मेरी शमो-रात मेरी कायनात
वोह यार मेरा सैय्यां सैय्यां
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
गुलपोश कभी इतराये कहीं
मेहके तो नज़र आ जाये कहीं
गुलपोश कभी इतराये कहीं
मेहके तो नज़र आ जाये कहीं
ताबीज बना के पहनू उसे
आयत की तरह मिल जाए कहीं
ताबीज बना के पहनू उसे
आयत की तरह मिल जाए कहीं
गुलपोश कभी इतराये कहीं
मेहके तो नज़र आ जाये कहीं
ताबीज बना के पहनू उसे
आयत की तरह मिल जाए कहीं
मेरा नग्मा वही, मेरा कलमा वही
मेरा नग्मा वही, मेरा कलमा वही
मेरा नग्मा-नग्मा मेरा कलमा-कलमा
मेरा नग्मा-नग्मा मेरा कलमा-कलमा
मेरा नग्मा-नग्मा मेरा कलमा-कलमा
मेरा नग्मा-नग्मा मेरा कलमा-कलमा
यार मिसाले ओस चले
पाँव के तले फिरदौस चले
कभी दाल दाल कभी पात पात
में हवा पे ढूंदु उसके निशाँ
सारे इश्क़ की छाओं चले छय्यां छय्यां
सारे इश्क़ की छाओं चले छय्यां
पाँव जनत चले चल छय्यां छय्यां
पाँव जनत चले चल छय्यां
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
मैं उसके रूप का शहदायी
वोह धुप छाँव सा हरजाई
वोह शोख़ है रंग बदलता है
मैं रंग रूप का सौदाई
में रंग रूप का सौदाई
जिनके सर हो इश्क़ की छाँव
पांव के नीचे जन्नत होगी
जिनके सर हो इश्क़ की छाँव
पांव के नीचे जन्नत होगी
शाम रात मेरी कायनात
वोह यार मेरा सय्याँ सय्याँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
चल छैयाँ छैयाँ छैयाँ छैयाँ
सारी इश्क़ की चाओं चल छय्?