Beriya Ke Beri is a vibrant Bhojpuri folk song that delves into the everyday life and rustic charm of rural Bihar. The song's lively and rhythmic melody, coupled with engaging lyrics, paints a vivid picture of the cultural practices and simple pleasures of village life. Traditional instruments such as the dholak, harmonium, and tabla enhance the song's authenticity and regional flavor. The lyrics celebrate the beauty of the countryside and the bonds of community, capturing the essence of Bhojpuri culture.
Composer | Ajay Prasanna |
Lyricist | Traditional |
Singer | Anuradha Paudwal |
Album | Bhojpuri Lok Geet Sangrah |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
बेरिया के बेरी तोहे बिलई छठी मईया,
रजिया के सधिया पुरावा नु हो,
हाथ जोड़ी पाँव लागी तोहरो आदित मल,
अरघ के हमरे फलावा नु हो,
रजिया के सधिया पुरावा नु हो ॥
गोड़वा खड़ाऊ तोहरे मथवा चन्दनवा,
सातो घोड़ा चढ़ी आवा हमरे अंगनवा,
सासु ननदिया जेठनिया के ताना से,
बाँझिन के नउवा छोड़ावा नु हो,
रजिया के सधिया पुरावा नु हो ॥
कलसूप पुरईन अमरुद छतवा,
रउवा के चढ़ाई मईया मांगी पांच पुतवा,
चन्दन लकड़िया के घिउवा में बोरी बोरी,
अरघ के बेदिया बनाई नु हो,
रजिया के सधिया पुरावा नु हो ॥
सासु जी के नाती दिहा ननदि विरनवा,
कोखिया के भरी मोर पुरईहा सपनवा,
सेनूरा करे के आगे लिखिया हे मांगी मईया,
वर देत मत सकुचावा नु हो,
सिरधिया के सधिया पुरावा नु हो,
सिरधिया के सधिया पुरावा नु हो,
सिरधिया के सधिया पुरावा नु हो ॥