The harmonious duet, featuring the soulful voices of Alka Yagnik and Hariharan, creates a deeply emotional and soothing melody that has become a timeless classic.
Composer | Jatin- Lalit |
Lyricist | Majrooh Sultanpuri |
Singer | Hariharan,Alka Yagnik |
Album | Khamoshi: The Musical |
Record Label | Universal Music India Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी सूबा
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी सूबा
बाहों के दरमियाँ
खुलते बांध होते लाभों की ये अनकही
खुलते बांध होते लाभों की ये अनकही
मुझसे कह रही है की बढ़ने दे बेखुदी
मिल यूं की दौड़ जाएँ नस नस में बिजलियाँ
बाहों के दरमियान दो प्यार मिल रहे हैं
जाने क्या बोले मन डोले सुनके बदन
धड़कन बनी सूबा
बाहों के दरमियाँ
आसमान को भी ये हसीं राज़ है पसंद
आसमान को भी ये हसीं राज़ है पसंद
उलझी उलझी साँसों की आवाज़ है पसंद
मोती लुटा रही है सावन की बदलियां
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं
बाहों के दरमियाँ दो प्यार मिल रहे हैं
जाने क्या (जाने क्या)बोले मन (बोले मन) डोले सुनके बदन(डोले सुनके बदन)
धड़कन बनी सूबा
बाहों के दरमियाँ