Ambe Tu Hai Jagdambe Kali is a powerful and devotional song dedicated to the Hindu Goddess Durga, who is also revered as Jagdambe and Kali. The song is a heartfelt invocation, praising the divine mother for her strength, compassion, and protection. With its soulful and reverent melody, the song creates a deeply spiritual atmosphere. Traditional instruments such as the harmonium, tabla, and dholak are used to enhance the devotional fervor and solemnity of the music. The lyrics are imbued with devotion, reverence, and an appeal for the goddess's blessings and protection.
Composer | Arun Paudwal |
Lyricist | Traditional |
Singer | Anuradha Paudwal |
Album | Aarti Sangrah Aartiyan |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
अंबे तू है जगदंबे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
तेरे भक्त जनो पर
भीर पडी है भारी माँ ।
दानव दल पर टूट पडो
माँ करके सिंह सवारी ।
सौ-सौ सिंहो से बलशाली,
अष्ट भुजाओ वाली,
दुष्टो को पलमे संहारती ।
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
अंबे तू है जगदंबे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
माँ बेटे का है इस जग मे,
बडा ही निर्मल नाता ।
पूत – कपूत सुने है पर न,
माता सुनी कुमाता ॥
सब पे करूणा दरसाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियो के दुखडे निवारती ।
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
अंबे तू है जगदंबे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
नही मांगते धन और दौलत,
न चांदी न सोना माँ ।
हम तो मांगे माँ तेरे मन मे,
इक छोटा सा कोना ॥
सबकी बिगडी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियो के सत को सवांरती ।
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
अंबे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
चरण शरण मे खडे तुम्हारी,
ले पूजा की थाली ।
वरद हस्त सर पर रख दो,
मॉ सकंट हरने वाली ।
मॉ भर दो भक्ति रस प्याली,
अष्ट भुजाओ वाली,
भक्तो के कारज तू ही सारती ।
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥
अंबे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गाये भारती
ओ मैया हम सब उतरें तेरी आरती ॥