This song is a contemporary rendition of a traditional Punjabi folk song, beautifully blending modern musical elements with classical Punjabi folk rhythms.
Composer | Ram Sampath |
Lyricist | MUNNA DHIMAN |
Singer | SONA MOHAPATRA |
Album | Fukrey |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
गली में मारे फेर
पास आने को मेरे
गली में मारे फेर
पास आने को मेरे
कभी परखता नैन मेरे तू
कभी परखता तोर
कभी परखता नैन मेरे तू
कभी परखता तोर
अंबरसरिया मुंडवे कचिया
कलियाँ न तोड़
अंबरसरिया मुंडवे कचिया
कलियाँ न तोड़
तेरी मा ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
तेरी मान ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
अम्बरसरिया..
हो अम्बरसरिया..
मैं कलियों के जैसी
मेरी अल्हद उमर नियादी
छोटी सी ये जान मेरी
और जोबन बहता पानी (एक बार दोहराएँ)
जब से चढ़ी जवानी
ढूंढती दिल दा हाणी
जब से चढ़ी जवानी
ढूंढती दिल दा हाणी
मैं अंजनी को ये पानी
ले ना जावे रॉड
अंबरसरिया मुंडवे कचिया
कलियाँ न तोड़
अंबरसरिया मुंडवे कचिया
कलियाँ न तोड़
तेरी मान ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
तेरी मान ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
अम्बरसरिया..
अम्बरसरिया..
हो..ओ.. गोरी गोरी मेरी कलाई
हाये..हो गोरी गोरी मेरी कलाई
चूड़ियाँ काली काली
मैं शरमती रोज़ लगाती
काजल सूरमा लाली
नहीं मैं सूरमा पड़ा
धूप ना मैं चमकाना
नहीं मैं सूरमा पड़ा
धूप ना मैं चमकाना
नैन नशीले हो अगर तो
सुरमैती की लौ
अंबरसरिया मुंडवे कछिया
कलियाँ न तोड़
अंबरसरिया मुंडवे कछिया
कलियाँ न तोड़
तेरी मान ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
तेरी मान ने बोले हैं मुझे
तीखे से बोल
अम्बरसरिया..
हो अम्बरसरिया..