Ae Mere Humsafar is celebrated for its heartfelt lyrics, memorable composition, and the evocative performance of its singers. It remains a timeless classic that evokes nostalgia and the enduring charm of Bollywood's golden era of music.
Composer | Anu Malik |
Lyricist | Gauhar Kanpuri |
Singer | Vinod Rathod,Alka Yagnik |
Album | Baazigar |
Record Label | Ishtar Music Pvt. Ltd. |
Song Release Year |
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरी जान-ए-जाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरी जान-ए-जाँ
मेरी मंज़िल है तू, तू ही मेरा जहाँ
ओय-ओय, ओय-ओय
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरे जान-ए-जाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरे जान-ए-जाँ
बन गए आज हम दो बदन, एक जाँ
ओय-ओय, ओय-ओय
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरी जान-ए-जाँ
भीगा-भीगा आँचल, आँखों का ये काजल घायल ना कर दे मुझे
सीने की ये हलचल बढ़ने लगी पल-पल, पागल ना कर दे मुझे
हो-हो-हो, भीगा-भीगा आँचल, आँखों का ये काजल घायल ना कर दे मुझे
सीने की ये हलचल बढ़ने लगी पल-पल, पागल ना कर दे मुझे
पागल जो हम हो गए, बन जाएगी दास्ताँ
आहिस्ता बोलो, सनम, सुन लेगा सारा जहाँ
मेरी मंज़िल है तू, तू ही मेरा जहाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरी जान-ए-जाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरे जान-ए-जाँ
साँसों के ये शोले साँसों में तू घोले, पल में पिघल जाएँ हम
होंठों के अंगारे होंठों पे हमारे रख दें तो जल जाएँ हम
साँसों के ये शोले साँसों में तू घोले, पल में पिघल जाएँ हम
होंठों के अंगारे होंठों पे हमारे रख दें तो जल जाएँ हम
ये प्यार वो आग है, जिसमें नहीं है धुआँ
लगती है जब ये अगन, जल जाते हैं जिस्म-ओ-जाँ
बन गए आज हम दो बदन, एक जाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरी जान-ए-जाँ
मेरी मंज़िल है तू, तू ही मेरा जहाँ
ऐ मेरे हमसफ़र, ऐ मेरे जान-ए-जाँ