Aankhon Mein Teri Ajab Si beautifully encapsulates the feeling of being awestruck by someone’s presence and the transformative power of love. KK's soulful voice adds depth and sincerity, making the song a timeless piece that continues to resonate with listeners, celebrating the simplicity and profundity of love.
Composer | Shekhar Ravjiani,Vishal Dadlani |
Lyricist | Vishal Dadlani |
Singer | K.K. |
Album | Om Shanti Om |
Record Label | T-Series |
Song Release Year |
हो आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
दिल को बना दे जो पतंग साँसे ये तेरी वो हवायें हैं
हो आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
दिल को बना दे जो पतंग साँसे ये तेरी वो हवायें हैं
आयी ऐसी रात है जो बहुत खुशनसीब है
चाहे जिसे दूर से दुनिया वो मेरे क़रीब है
आयी ऐसी रात है जो बहुत खुशनसीब है
चाहे जिसे दूर से दुनिया वो मेरे क़रीब है
कितना कुछ कहना है फिर भी दिल में सवाल कहीं…
सपनों में जो रोज़ कहा है, वो फिर से कहूं या नहीं..
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
दिल को बना दे जो पतंग साँसे ये तेरी वो हवायें हैं
तेरे साथ साथ ऐसा कोई नूर आया है
चांद तेरी रोशनी का हल्कासा एक साया है
तेरे साथ साथ ऐसा कोई नूर आया है
चांद तेरी रोशनी का हल्कासा एक साया है
तेरी नज़रों ने दिल का किया जो हशर असर ये हुआ
अब इन में ही डूब के हो जाऊं पार, यही है दुआ
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं हो..
आँखों में तेरी अजबसी अजबसी अदायें हैं
दिल को बना दे जो पतंग साँसे ये तेरी वो हवायें हैं